Add To collaction

कुछ यादों की डायरी : फरवरी 2021

कुछ बातें बस अनकही सी रह जाती हैं, फरवरी महीना वैसे भी साल का सबसे छोटा महीना होता है, ठंड धीरे धीरे कम हो रही थी। मौसम भी खुशनुमा होता जा रहा था, आदतें यादें रवानियाँ सब किस्से कहानियों की बातें बनती जाती है।

धीरे धीरे जीना और खुश रहना सीख रहा था, मतलब खुद को मेंटली स्ट्रॉन्ग बना पाना एक मुश्किल टास्क है बट दिल में कहीं न कहीं यकीन था कि आई कैन डू इट..! तो फिर क्या बस निकल पड़े, धीरे धीरे उठकर चलना सीखा, हाथ तो हिलता नहीं था बट हां कोशिश जारी थी। कभी कभी तकलीफ में भी मजा आने लगता है ना तो वो वाली बेवकूफियां जारी थी, कभी कभी खुद को ज्ञानी जैसा लगने लगना और कभी कभी महामूर्ख..! दोस्तों के साथ वक्त अच्छा गुजर जा रहा था। कविताएं कहानियां सब जारी थी मगर हर किसी की कहानी में कोई न कोई मोड़ आता ही है, मेरे दिमाग में नई कहानी का आइडिया आया और मैंने उसपर काम शुरू किया..! फिर तो जीवन में कांडो की गिनती बढ़ती चली गई, जीवनभर की बेवकूफियां करने का मूड हो तो ऐसे ही करना चाहिए.. कैसे भी करके विस्तार : सीक्रेट ऑफ द डार्कनेस का प्लॉट बना, पर प्लॉट अभी छोटा बना था तो मैंने सोचा नहीं था कि इतनी भसड़ मचेगी..! पर वो कहते हैं ना कि होता वही है जो कभी सोचा ना गया हो... सो होते रहता है..!

कविताएं तो ऐसे ही लिख के मन बहला लिया करता था, दिन दुनिया की कोई खबर न थी, अपने में डूबकर रहने का मजा ही कुछ और है, लोग तब भी आते हैं और फायदा उठाने में लग जाते हैं, पर बिचारे मुझ गरीब से क्या ही लूट लेंगे... अरे हां वो चैन सुकून औ आराम..! खैर ये सब था ही किसे... मतलब लिटरली या बिस्तर पर पड़े रहने के बावजूद आराम नहीं होता था, मजाक है क्या... मतलब मजाक ही तो है, जिन्दगी का!

फिर लोगो का रूठना मनाना, लोग खुद गलती करके अपनी गलती मानकर ऐसे शो करते थे मानों वो एहसान कर रहे हों, मगर उनका क्या ही हो सकता है, उन्हे पता था कि मैं जिनकी कद्र करता हूं उनको कुछ नही कहता, इसलिए इसका फायदा उठाना उनका अपना हक लगा और ये लगातार चलता रहा..!


कुछ इसी तरह गिरते पड़ते फरवरी भी बीत ही गई..! बाकी वक्त तो गुजरते रहता है, दिन तो बदलते रहते हैं...! आगे मिलेंगे फिर अब.....

#डायरी

   8
2 Comments

Aliya khan

19-Dec-2021 10:29 PM

Bahut sundar

Reply

🤫

19-Dec-2021 08:46 PM

मतलब परस्ती की दुनिया में खुद के लिए जीना भी एक शानदार एहसास है। वैसे विस्तार तो हम पढ़ चुके है काफी अच्छी कहानी है आपकी। बेहतरीन...डायरी लेखन m.j

Reply